बीजेपी बिहार को वर्चुअल रैली का वृहद स्वरूप दिखा चुकी है, लालू की संपत्तियों का ब्यौरा पटना के चौराहों पर टांगा जा चुका है और लालू के बेटों को लेकर तंज कसने का अभियान शुरू हो चुका है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में जान फूंकने की पूरी कोशिश तेजस्वी भी कर रहे हैं और किसी भी ओर जाकर राजनीतिक दावं-पेच में मुख्य भूमिका निभाने की कोशिश में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी हैं। तरूण टाइप नाम उछालकर राजनीति की कड़ाही में थ्रिल, एक्शन और भावुकता का छौंक लगाने की कोशिशें होने लगी हैं।
लालू जेल में रहें या बाहर, बिहार चुनाव के केंद्र में रहेंगे
- विचार
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- 16 Jun, 2020

बिहार के विधानसभा चुनाव में एक बात तय है कि लालू प्रसाद यादव चाहे ज़मीन पर हों या जेल में, वे और उनका परिवार इस बार भी चुनाव के केंद्र में होगा। इसके अलावा चुनाव ‘नीतीश लाओ और नीतीश हटाओ’ पर भी केंद्रित होगा। लेकिन राजनीति की प्रयोगशाला के रूप में बार-बार इस्तेमाल होने वाले बिहार के चुनावी समर में कई तरह के खुलासे होने बाक़ी हैं।