चीन की शिकायत यह है कि भारत ने अमेरिका के प्रति नरमी क्यों दिखाई? उसने इस अमेरिकी मर्यादा-भंग का डटकर विरोध क्यों नहीं किया? उधर अमेरिकी सरकार के गुप्तचर विभाग ने अपनी ताज़ा रपट में भारत के लिए चीन और पाकिस्तान को बड़ा ख़तरा बताया है। भारत आख़िरकार चीन से सावधान रहे या अमेरिका से?
चीन ने हाल ही में ईरान के साथ 400 बिलियन डाॅलर का समझौता किया है और वह अफगान-संकट में भी सक्रिय भूमिका अदा कर रहा है जबकि वहां भारत मूक दर्शक बना हुआ है।