अमित शाह के साथ फडणवीस
भाजपा के एक अन्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा, ''चुनाव नतीजे आ रहे हैं। महायुति स्पष्ट रूप से आगे चल रही है। ये वोट विकास के लिए है। यदि भाजपा कार्यकर्ता ऐसा सोचते हैं, तो फडणवीस को मुख्यमंत्री होना चाहिए और इसमें कुछ भी गलत नहीं है...आखिरकार, महायुति नेता निर्णय लेंगे।''
सीएम पद के लिए शिंदे के पास सौदेबाज़ी की गुंजाइश नहीं हैं। महायुति में दूसरे सहयोगी अजित पवार की एनसीपी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और भाजपा को सत्ता बरकरार रखने के लिए अपने दो सहयोगियों में से सिर्फ एक की जरूरत है। इसका मतलब यह है कि शिंदे को चुनाव के बाद डिप्टी सीएम या महत्वूर्ण कैबिनेट मंत्री पद को लेकर भी एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ सकता है। शीर्ष पद की मांग के लिए उनके पास बहुत अधिक ताकत नहीं है।