उद्धव ठाकरे
चुनाव में कौन सी पार्टी अधिक सीटें जीतती है, फिर उस पार्टी के नेता का चयन करने के बजाय पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला किया जाना चाहिए।
उद्धव का यह बयान काफी रणनीतिक माना जा रहा है। हाल ही में उद्धव ने दिल्ली जाकर कांग्रेस की बुजुर्ग नेता सोनिया गांधी और नेता विपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। फिर वो शरद पवार से भी मिले थे। उसके बाद उनका यह बयान 16 अगस्त को आया है। हालांकि इंडिया गठबंधन के सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र में उद्धव ही सीएम के रूप में हमारा चेहरा होंगे। इसमें कहीं कोई शक नहीं है।
राजनीतिक तौर पर यूपी और महाराष्ट्र ने भाजपा के रथ को रोक दिया। कुल मिलाकर, भाजपा ने 240 लोकसभा सीटें जीतीं, जो 2019 में उसकी 303 सीटों से काफी कम है। चूंकि वह 272 सीटों का बहुमत भी नहीं पा सकी, इसलिए उसे सरकार बनाने के लिए एनडीए में अपने गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ रहा।