तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी की ईडी द्वारा गिरफ़्तारी को विपक्षी दलों ने बदले की कार्रवाई क़रार दिया है। इन्होंने कहा है कि जिस तरह की बीमार हालत में मंत्री को गिरफ़्तार किया गया है वह अमानवीय है। विपक्षी दलों ने कहा है कि उन्हें निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। विपक्ष के एक नेता ने कहा कि आख़िर क्या वजह है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई के 95 फ़ीसदी मामले विपक्षी दलों से जुड़े होते हैं?
'बदले की भावना से अंधी भाजपा लोकतंत्र को पहुँचा रही अपूरणीय क्षति': विपक्ष
- राजनीति
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- 14 Jun, 2023
जिस तमिलनाडु से प्रधानमंत्री होने की बात कथित तौर पर अमित शाह ने कही थी, उसी तमिलनाडु के एक मंत्री पर ईडी की कार्रवाई को विपक्षी दल कैसे देख रहे हैं? जानिए उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर क्या आरोप लगाया।

दरअसल, ईडी ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सेंथिल बालाजी को देर रात गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंत्री से घंटों पूछताछ हुई। चेन्नई में बालाजी का सरकारी निवास, फोर्ट सेंट जॉर्ज में राज्य सचिवालय में उनका सरकारी कमरा और चेन्नई में उनके भाई अशोक के घर में भी ईडी के अधिकारी घुसे थे। ऐसी कार्रवाई पर विपक्षी दलों ने नाराज़गी जताई है। कांग्रेस ने कहा है, 'कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ईडी द्वारा तमिलनाडु के बिजली मंत्री श्री वी. सेंथिल बालाजी की देर रात गिरफ्तारी की निंदा करते हैं। यह मोदी सरकार द्वारा इसका विरोध करने वालों के खिलाफ राजनीतिक उत्पीड़न और प्रतिशोध के अलावा और कुछ नहीं है। विपक्ष में हममें से कोई भी इस तरह के निर्लज्ज कदमों से डरने वाला नहीं है।'