राहुल गांधी ने BJP-RSS पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ नारा पूरे देश में सिद्ध हो चुका है और BJP-RSS OBC समाज को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते।
राहुल गांधी रायबरेली पहुँचे
राहुल गांधी ने रायबरेली में भाजपा और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उनका नारा 'वोट चोर, गद्दी छोड़' अब पूरे देश में सिद्ध हो चुका है। राहुल ने चुनाव आयोग को 'तानाशाह' बताते हुए आरोप लगाया कि वह वोट चोरी को रोकने के बजाय इसे बढ़ावा दे रहा है। साथ ही, उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर ओबीसी, दलित और आदिवासियों को दबाने का आरोप लगाया। दौरे के दौरान योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने उनका काफिला रोक दिया, जिससे राजनीतिक विवाद बढ़ा। पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और धक्कामुक्की की स्थिति बन गई।
इससे पहले राहुल गांधी लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुँचे, जहाँ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और अन्य नेताओं ने उनका अभिनंदन किया। सड़क मार्ग से रायबरेली जाते समय हरचंदपुर क्षेत्र के गुलुपुर के पास उनके काफिले को रोक दिया गया। योगी सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने 'राहुल गांधी वापस जाओ' के नारे लगाए और पीएम मोदी की मां पर की गई कथित टिप्पणी का मुद्दा उठाया।
मंत्री दिनेश सिंह ने आरोप लगाया, 'राहुल गांधी यहां राजनीतिक नौटंकी करने आते हैं। वे रायबरेली को पिकनिक स्पॉट समझते हैं। हम पीएम मोदी और योगी जी के सम्मान में यह विरोध कर रहे हैं।' पुलिस ने काफिले को वैकल्पिक रास्ते से बटोही रिसॉर्ट पहुंचाया, लेकिन इस बीच प्रदर्शनकारियों के साथ धक्कामुक्की हुई। राहुल का काफिला करीब एक घंटे विलंब से कार्यक्रम स्थल पहुंचा। बीजेपी ने इसे 'लोकतांत्रिक विरोध' बताया, जबकि कांग्रेस ने इसे 'राजनीतिक गुंडागर्दी' करार दिया।
बीजेपी-आरएसएस पर हमला
रायबरेली पहुँचने के बाद राहुल गांधी ने बटोही रिसॉर्ट में प्रजापति समाज के सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'देश की 90 प्रतिशत आबादी ओबीसी, दलित और आदिवासियों की है। लेकिन बीजेपी-आरएसएस वाले इन्हें कभी आगे बढ़ने नहीं देना चाहते। वे सत्ता पर काबिज रहने के लिए इन समुदायों को दबाते हैं। प्रजापति समाज जैसे ओबीसी समुदायों को उनका हक दिलाना हमारा संकल्प है।'
राहुल ने 1990 के दशक में कांग्रेस की कमियों का भी जिक्र किया और कहा, 'मैं झूठ नहीं बोलूंगा, उस समय कांग्रेस ने इन समुदायों का भरोसा खो दिया था। लेकिन अब हम एकजुट होकर भाजपा-आरएसएस को सत्ता से भगाएंगे।'
राहुल ने ओबीसी आरक्षण और जाति जनगणना का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ओबीसी को उनके अधिकारों से वंचित रखना चाहती है। कांग्रेस ने इसे 'सामाजिक न्याय की लड़ाई' का हिस्सा बताया।
'वोट चोर, गद्दी छोड़' नारे का देशव्यापी असर
कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए राहुल ने कहा, "मुख्य नारा 'वोट चोर, गद्दी छोड़' है और यह पूरे देश में साबित हो रहा है। हम इसे बार-बार और भी नाटकीय तरीकों से साबित करेंगे।" रायबरेली में राजद नेता तेजस्वी यादव, गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए गए, जिन पर लिखा था- 'भारत की अंतिम आशा, कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु, महेश।'
बैठक में हरचंदपुर विधानसभा सीट के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमारा नारा 'वोट चोर, गद्दी छोड़' अब पूरे देश में सिद्ध हो चुका है। बिहार की 'वोटर अधिकार यात्रा' से लेकर महाराष्ट्र, हरियाणा और लोकसभा चुनावों तक, सबूत हमारे पास हैं। पहले लोग कहते थे 'दाल में कुछ काला है', लेकिन अब सबूत हैं कि वोट चोरी हो रही है।" राहुल ने बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी SIR को लेकर कहा, 'चुनाव आयोग तानाशाही कर रहा है। वह वोट चोरी को रोकने के बजाय भाजपा की मदद कर रहा है। जीवित लोगों के नाम वोटर लिस्ट से काटे जा रहे हैं, जबकि अमीरों के वोट सुरक्षित हैं।'
उन्होंने हाल ही में की गई 'हाइड्रोजन बम' वाली चेतावनी का ज़िक्र किया और कहा, "बिहार यात्रा के दौरान बच्चे भी फुसफुसा रहे थे 'वोट चोर, गद्दी छोड़'। पीएम मोदी को चेहरा दिखाने में शर्म आएगी जब सच्चाई सामने आएगी।" राहुल ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बूथ स्तर पर वोटर लिस्ट की जांच करें और लोकतंत्र की रक्षा करें। उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग से हलफनामा मांगने का ड्रामा बंद हो। अनुराग ठाकुर जैसे नेता वही बात कहते हैं तो उनसे क्यों नहीं मांगा जाता?'
चुनाव आयोग ने पहले ही राहुल के आरोपों को 'निराधार' बताया था। आयोग ने कहा, 'वोट चोर जैसे शब्दों का इस्तेमाल करोड़ों मतदाताओं और चुनाव कर्मियों की ईमानदारी पर सवाल है। हम हलफनामा मांगते हैं, 7 दिनों में न मिला तो आरोप झूठे साबित होंगे।' राहुल ने इसका जवाब देते हुए कहा कि आयोग पक्षपाती है।
राहुल गांधी का यह दौरा 2027 यूपी विधानसभा चुनावों की तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि बूथ मज़बूत करें और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जनता को जागरूक करें। दौरे के दूसरे दिन वे और कार्यक्रम करेंगे। जानकारों का मानना है कि ओबीसी फोकस से कांग्रेस को फायदा हो सकता है, लेकिन बीजेपी का विरोध स्थानीय स्तर पर चुनौती बढ़ा रहा है। लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रही रायबरेली अब फिर राजनीतिक रणभूमि बन गयी है।