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आरोपों का लेवल देखिएः 'सपा के चुनाव चिह्न साइकल पर बम रखा गया', 'अखिलेश औरंगजेब हैं'

यूपी चुनाव में तीसरे चरण के मतदान के दौरान रैलियां भी हुईं। लेकिन इनमें कई जगह नेताओं के आरोप बहुत ही निम्नस्तरीय और घटिया थे। बहुत अच्छा भाषण देने वाले प्रधानमंत्री मोदी और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी इस विवाद से अछूते नहीं रहे। मोदी ने तो तथ्य तक गलत बता डाले।

टीवी चैनल न्यूज 24 का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें मोदी का आज हरदोई के भाषण की क्लिपिंग दी गई है। इस वीडियो में पीएम मोदी कहते हुए नजर आ रहे हैं कि गुजरात बम धमाकों में आतंकियों ने सपा के चुनाव चिह्न 'साइकिल' पर बम रखे थे। मैं हैरान हूं 'आतंकियों' ने साइकिल को क्यों पसंद किया।

प्रधानमंत्री ने आज हरदोई और उन्नाव में दो रैलियों को संबोधित किया। दोनों में उन्होंने धाराप्रवाह बोला लेकिन जुबान से जो शब्द निकल रहे थे, वे तथ्यों से मेल नहीं खा रहे थे।

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गुजरात बम धमाकों में उन्होंने जिस तरह से साइकिल पर बम रखने की बात कही, वो तथ्यात्मक रूप से ही गलत है। इस मामले के जांच अधिकारी डीसीपी अभय चूडास्मा ने स्पष्ट किया था, "लाल और सफ़ेद कारों में विस्फोटक फिट किया गया था। जाँच रिपोर्ट में कहीं साइकिल का ज़िक्र नहीं है। तब मोदी और मनमोहन सिंह घटनास्थल पर मुआयना करने गए थे। अभय चूडास्मा, हिमांशु शुक्ल, जीएल सिंघल तीनों आईपीएस अधिकारियों की रिपोर्टें अदालत में दाखिल हो चुकी हैं। 

प्रधानमंत्री का यह बयान जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने मालेगांव ब्लास्ट की याद दिलाई, जिसमें बाइक पर बम रखे गए थे और उस मामले में एक बीजेपी सांसद पर आरोप लगा था। वो केस अभी भी चल रहा है। इसी तरह तमाम लोगों ने इस पर मजाक करना शुरू कर दिया है और वे साइकिल को लेकर तरह-तरह के कार्टून और फोटो रोचक कैप्शन के साथ डाल रहे हैं। 

पिछले दो दिनों से यूपी चुनाव में आतंकवाद का जिक्र बीजेपी ले आई है और उसी की आड़ में समाजवादी पार्टी पर निशाना साध रही है। इसकी शुरुआत केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने की थी। इसके बाद अब योगी आदित्यनाथ से लेकर मोदी तक बोल रहे हैं। हालांकि मोदी ने अभी तक अपनी रैलियों में आतंकवाद का जिक्र नहीं किया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी आज आतंकवाद का मुद्दा उछालकर सपा पर हमला करने से नहीं चूके। 

शिवराज को अखिलेश में औरंगजेब नजर आया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज रामपुर करहाना में रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव आज के औरंगजेब की तरह हैं, जो अपने पिता का वफादार नहीं है, तो मतदाताओं के वफादार कैसे हो सकते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि ये बात वो नहीं कह रहे हैं, ये बात अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव ने कही थी।

शिवराज ने कहा  कि औरंगजेब का कृत्य हमारे सामने है। उसने पिता शाहजहां को जेल में डाल दिया। भाइयों की हत्या करा दी। मुलायम जी ने कहा था कि अखिलेश ने मेरा जितना अपमान किया है, उतना किसी ने नहीं किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य है कि शिवराज सिंह चौहान ने न सिर्फ यह भाषण देवरिया जिले की रैली में दिया। बल्कि उस भाषण के अंश को उन्होंने ट्वीट भी किया और साथ में वीडियो भी लगाया। शायद शिवराज सिंह चौहान की नजर में यह बहुत जबरदस्त भाषण रहा होगा, तभी वो सिर्फ रैली में बोलकर चुप नहीं हुए। उनके इस बयान को सुनकर भीड़ से जो जवाब आया, उससे लगता है कि सारे के सारे बीजेपी कार्यकर्ता थे, जिन्होंने उनके भाषण पर तालियां बजाईं, सीटियां बजाईं। आमतौर पर रैली में बैठी आम जनता इस तरह का रेस्पांस नहीं करती है।

अखिलेश को औरंगजेब कहे जाने से पहले अमित शाह और योगी ने उन्हें जिन्ना तक कहा। चुनाव की घोषणा से पहले आजमगढ़ की रैली में योगी आदित्यनाथ ने अब्बाजी कहकर न सिर्फ अखिलेश बल्कि मुस्लिमों को भी टारगेट किया था। यह आरोप उस समय सपा ने लगाया था।

इस चुनाव में अभी तक तीन चरण निकल चुके हैं लेकिन जितने घटिया स्तर की बयानबाजी यहां हुई, उतनी कहीं नहीं हुई। उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के दौरान असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ऐसा ही घटिया बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि क्या कभी हमने राहुल गांधी से पूछा कि राजीव गांधी उनके पिता हैं या नहीं। दरअसल, राहुल ने उत्तराखंड की रैली में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। राहुल के उसी सवाल का जवाब असम के सीएम ने इस तरह की लाइनें बोलकर दिया था।  

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क़मर वहीद नक़वी
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