मोदी सरकार को कृषि क़ानूनों के कारण अपने पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल को खोना पड़ा। हरियाणा में उसकी सहयोगी जेजेपी और राजस्थान में सहयोगी आरएलपी उसे चेता चुके हैं लेकिन वह अपने स्टैंड से पीछे हटने को तैयार नहीं दिखती। शायद उसे ऐसा लगता है कि अगर वह पीछे हटी तो यह मोदी के निज़ाम के लिए बड़ी चुनौती होगी।
किसान आंदोलन: बादल का मोदी को खत, इमरजेंसी की याद दिलाई
- पंजाब
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- 8 Dec, 2020
पंजाब के नेता जानते हैं कि किसानों की नाराज़गी मोल लेकर सियासत करना असंभव है। ऐसे में ख़ुद को किसानों का सबसे बड़ा हिमायती दिखाने की पुरजोर कोशिश जारी है।

किसानों के लाख बार अनुरोध करने के बाद जब मोदी सरकार कृषि क़ानूनों पर पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हुई तो किसानों ने दिल्ली के बॉर्डर्स पर डेरा डाल दिया। अब नया अनुरोध भारत की सियासत के सबसे बुजुर्ग और तजुर्बेकार नेता सरदार प्रकाश सिंह बादल ने किया है।
बादल ने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर कहा है कि वह किसानों के आंदोलन का कोई शांतिपूर्ण हल निकालें और इसके लिए आंदोलन में शामिल लोगों से और राज्यों से लगातार बातचीत करें।