राजस्थान की राजनीति में एक सवाल सभी की जुबान पर रहता है कि क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच कोई सियासी रिश्ता है। पहले भी ऐसे कई वाकये हुए हैं जिससे यह बात जिंदा हुई है और मंगलवार को फिर एक ऐसा वाकया हुआ।
वसुंधरा की क़रीबी शील धाभाई को गहलोत ने क्यों बनाया कार्यवाहक मेयर?
- राजस्थान
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- 9 Jun, 2021
राजस्थान की राजनीति में एक सवाल सभी की जुबान पर रहता है कि क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच कोई सियासी रिश्ता है।

हुआ यूं कि गहलोत सरकार ने बीजेपी की पार्षद शील धाभाई को जयपुर ग्रेटर नगर निगम का कार्यवाहक मेयर बनाया है। जबकि राज्य में कांग्रेस की सरकार है और वह अपने भी किसी नेता को कार्यवाहक मेयर बना सकती थी।
मेयर को किया निलंबित
गहलोत सरकार ने सोमवार को सौम्या गुर्जर और बीजेपी के तीन पार्षदों को निलंबित कर दिया था। सौम्या गुर्जर और इन पार्षदों की नगर निगम के आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह के साथ हाथापाई हुई थी और इसके बाद राज्य सरकार ने यह फ़ैसला लिया था। सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश भी दे दिए हैं।