अब क़ानून बन चुके नागरिकता संशोधन विधेयक यानी CAB को सही साबित करने के लिए बड़ी तादाद में यूज़र ट्विटर पर ख़ुद को मुसलिम क्यों दिखा रहे हैं? जो पहले ख़ुद को हिंदू बताते थे वे मुसलिम क्यों बता रहे हैं? और वे नागरिकता क़ानून का विरोध करने वाले लोगों के प्रदर्शन की निंदा क्यों कर रहे हैं?