मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील समान आचार संहिता लागू न करें
बैठक में अदालतों से दरख्वाशत की गई की वह कानूनों को लागू करवाने वाली संस्था होने के नाते गरीब, मजलूम और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोके, क्योंकि अदालत ही किसी भी इंसान की आखिरी उम्मीद होती है।