उत्तराखंड में 24 सितंबर को 19 साल की अंकिता भंडारी का शव मिला था। इस मामले में भाजपा नेताओं के नाम सामने आए थे। अंकिता के मामले को सबसे पहले वहां के पत्रकार आशुतोष नेगी ने उठाया। अंकिता के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर जब फिर से धरना शुरू किया तो मंगलवार देर रात पुलिस ने पत्रकार नेगी को गिरफ्तार कर लिया। उत्तराखंड में इस मामले पर आक्रोश बढ़ रहा है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
उत्तराखंड के अंकिता भंडारी केस में मुख्य आरोपी सहित सभी मुलजिमों से अभी तक एसआईटी पूछताछ नहीं कर सकी है। एसआईटी ने कोटद्वार कोर्ट में अर्जी लगाकर मांग की है कि आरोपी उसे रिमांड पर सौंपे जाए। मुख्य आरोपी पुलकित आर्य और अन्य ने जमानत की याचिका दायर की है। वकीलों ने कहा कि कोई केस नहीं लड़ेगा। कानूनी ट्रिब्यूनल द्वारा नियुक्त वकील ने भी मना कर दिया।
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस में नई नई बातें सामने आ रही हैं। अब वहां की एक पूर्व महिला स्टाफ ने कहा है कि बीजेपी नेता के बेटे के रिसॉर्ट में वीआईपी आते थे। वहां लड़कियां लाई जाती थीं। इस घटनाक्रम से यह भी साफ हो रहा है कि आखिर किस वजह से आनन-फानन में उस रिसॉर्ट को गिरा दिया गया। हालांकि पुलिस का दावा है कि उसके पास काफी सबूत हैं। लेकिन यह सबूत कहां से मिलेगा कि वहां कौन-कौन से वीआईपी आते थे। क्या कुछ वीआईपी की फोटो रिसॉर्ट में लगी थी।
आखिर, इस बात का पता कैसे चलेगा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले के मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर देर रात को ही बुलडोजर चलाए जाने का आदेश किसने दिया।
अंकिता हत्याकांड के बाद उबल पड़ा है उत्तराखंड। सरकार ने बुलडोज़र तो चला दिया, लेकिन उससे मिला क्या? उत्तराखंड में बेलगाम बिल्डरों, होटलवालों और अपराधियों को कौन शह दे रहा है? कैसे निपटेगी धामी सरकार?
क्या अंकिता भंडारी का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार किया गया? उनकी मां को आख़िरी बार अंकिता का चेहरा क्यों नहीं देखने दिया गया? जानिए, उन्होंने प्रशासन पर धोखा देने का आरोप क्यों लगाया।
उत्तराखंड की अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में एसआईटी आरोपियों को रिमांड पर ले सकती है। जानिए, अंकिता ने कब से वहाँ काम करना शुरू किया था और उसकी क्या मजबूरी थी।
अंकिता भंडारी के परिवार ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनके पिता ने कहा कि उस रिसॉर्ट को गिराने से वहां सभी सबूत नष्ट हो चुके हैं।
अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में उत्तराखंड के लोगों में खासा आक्रोश है और विपक्षी दलों ने भी राज्य सरकार पर हमला बोला है।
अंकिता की हत्या के बाद से ही ग्रामीणों में जबरदस्त रोष है और उन्होंने पुलकित आर्य के ऋषिकेश में स्थित वनन्तरा रिजॉर्ट के कुछ हिस्सों में आग लगा दी है।
मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य हरिद्वार निवासी बीजेपी के नेता डॉ. विनोद आर्य का बेटा और उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. अंकित आर्य का छोटा भाई है।