भारत की कश्मीर घाटी में आम लोगों से लेकर अफ़ग़ानिस्तान के कुंदूज़ की एक शिया मसजिद में आत्मघाती हमले में नमाजियों को निशाना बनाने के पीछे मक़सद क्या है? अमन पसंद लोगों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है?
संदिग्ध आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में दो स्कूली शिक्षकों की हत्या कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इसक पर शोक जताया है। कौन है इस हत्याकांड के पीछे?
जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में तैनात स्पेशल पुलिस अफ़सर फ़ैयाज़ अहमद के घर पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें फ़ैयाज़ अहमद, उनकी बेटी और पत्नी की मौत हो गई है।
जम्मू कश्मीर में बीजेपी नेताओं पर एक के बाद एक लगातार हमले हो रहे हैं। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने बुधवार को एक नगर पार्षद की गोली मारकर हत्या कर दी। जिस समय हमला किया गया उस वक़्त सुरक्षाकर्मी साथ नहीं थे।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आज शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए। एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के बारामुला ज़िले में हुए एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ़ के एक जवान की मौत हो गई, दूसरे तीन जवान घायल हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें हिज़बुल मुजाहिदीन का स्थानीय कमांडर भी था।
हंदवाड़ा में लगातार दो दिन में दो आतंकवादी हमले हुए। पहले, रविवार को सुरक्षा बलों के 5 और इसके अगले दिन यानी सोमवार को 3 लोग शहीद हुये।
जम्मू-कश्मीर के जिस हंदवाड़ा में दो दिन पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल और मेजर सहित पाँच जवान शहीद हो गए थे वहीं आज अर्द्धसैनिक बलों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इसमें कम से कम तीन जवान शहीद हो गए।
अनुच्छेद 370 ख़त्म होने के बाद 80 से ज़्यादा आतंकवादी हमले हुए जम्मू-कश्मीर में।
जम्मू-कश्मीर में शनिवार को हुए आतंकवादी हमले में 3 जवान शहीद हो गए और दो घायल हैं।
जम्मू-कश्मीर की ऊँची चोटियों पर हुई मुठभेड़ में 5 पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए।
क्या पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों के साथ दविंदर सिंह की साँठगाँठ बहुत पहले से चली आ रही है? दो आतंकवादियों के साथ दविंदर सिंह की गिरफ़्तारी के बाद यह सवाल उठ खड़ा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी अब बाहर से आए हुए मजदूरों, ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर रहे हैं। पिछले 16 दिनों में ग़ैर-कश्मीरियों पर पाँच हमले हो चुके हैं जिनमें 11 लोग मारे गए हैं।सत्य हिंदी
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने से आतंकवादी बौखलाये हुए हैं और लगातार घाटी का माहौल ख़राब करने में जुटे हैं।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने मंगलवार को 5 ग़ैर कश्मीरी मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसकी जानकारी दी है।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों ने जम्मू-कश्मीर में बहुत बड़े आतंकवादी हमले की योजना बनाई थी, लेकिन समय रहते उसका पता चल गया और उसे नाकाम कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर में चल रहे आतंकवाद में एक नया और अधिक ख़तरनाक ट्रेंड यह उभर रहा है कि अब स्थानीय कश्मीरी युवक बड़ी तादाद में आतंकवाद का रास्ता चुन रहे हैं। क्या है इसकी वजह?
क्या कोई जाँच एजेंसी बिना किसी सबूत के किसी को भी आतंकवादी संगठन से जुड़े होने के शक में गिरफ़्तार कर सकती है? ऐसे में इन मुसलिम लड़कों का दर्द कौन समझेगा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण 'आशुतोष की बात' में।
जम्मू बस पड़ाव पर खड़ी एक बस पर ग्रेनेड फेंका गया, विस्फोट में एक की मौत हो गई और 32 लोग घायल हो गए हैं। जख़्मी लोगों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।