क्या राम मंदिर पर संविधान में बदलाव की आशंका भारी पड़ेगी या विकसित भारत, समान नागरिक संहिता का वादा और हिंदुत्व के नारे अपना असर दिखाएंगे? बेरोजगारी, महंगाई, जातिगत जनगणना, अग्निवीर, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे असर दिखाएँगे या नहीं?
केंद्र सरकार से लेकर भाजपा शासित राज्य सरकारों में बिना पीएम मोदी कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया जा सकता। उसके नतीजे चाहे सही निकलें या गलत निकलें। मोदी ही भाजपा हैं और भाजपा ही मोदी है। यह रुतबा ऐसे ही नहीं मिलता। इसके लिए मोदी ने कड़ी मेहनत की है। लेकिन स्तंभकार वंदिता मिश्रा का इशारा कुछ और है। पढ़कर समझिएः