दिल्ली में मंकीपॉक्स का पांचवां केस मिला है। सरकार ने जनता से सावधानी बरतने की अपील पहले ही जारी कर दी है। यहां पढ़कर जानिए कि मंकीपॉक्स से आप कैसे बच सकते हैं।
दिल्ली में मंकीपॉक्स का चौथा केस मिला है। यह एक महिला है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि दिल्ली का पहला मंकीपॉक्स मरीज ठीक भी हुआ है। यानी कुल मिलाकर घबराने की जरूरत नहीं है। ज्यादा से ज्यादा चार हफ्ते तक इसके लक्षण रहते हैं और इलाज के बाद ठीक हो जाते हैं।
सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में मंकीपॉक्स पर बयान दिया और कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। देश में अभी तक मंकीपॉक्स के आठ केस मिल चुके हैं।
दिल्ली में नाइजीरिया के रहने वाले नागरिक में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं। उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हरियाणा के यमुनानगर में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध केस मिले हैं। दोनों भाई-बहन है। इनके नमूनों को जांच के लिए एम्स, दिल्ली भेजा गया है।
मंकीपॉक्स का पहला मरीज पूरी तरह ठीक हो गया है। उसके दोनों टेस्ट अब नेगेटिव आए हैं। जानिए इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
मंकीपॉक्स के ज़्यादातर मामले इस बार अमेरिका और यूरोप में आए हैं। जानिए, डब्ल्यूएचओ ने आख़िर क्यों कहा कि मंकीपॉक्स से बचने के लिए पुरुष-पुरुष के बीच शारीरिक संबंध बनाने से बचें।
क्या मंकीपॉक्स वायरस का ख़तरा ज़्यादा बढ़ रहा है और इससे निपटने की तैयारी अब शुरू हुई है? जानिए, इसके लिए वैक्सीन बनाने और जाँच कीट के लिए क्या फ़ैसला लिया है।
मंकीपॉक्स वायरस का नाम बदलने के लिए न्यूयॉर्क शहर ने क्यों प्रयास शुरू किया है? जानिए उसने इसके लिए डल्बल्यूएचओ के सामने क्या तर्क रखा है।
दिल्ली में मंकीपॉक्स का केस मिलने के बाद केंद्र सरकार ने रविवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। केंद्र ने सभी राज्यों से सतर्कता बरतने को कहा है।
देश की राष्ट्रीय राजधानी में मंकीपॉक्स पॉजिटिव केस मिलने का ख़तरा क्या है? क्या इसके अब आम लोगों में फैलने की आशंका बढ़ी है?
विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स बीमारी को हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। संगठन ने दुनिया के सभी देशों को सावधान किया है। अमेरिका में दो बच्चों में इसके लक्षण पाए जाने के बाद यह घोषणा सामने आई है। हालांकि अमेरिका भी अपने यहां इसे घोषित करने पर विचार कर रहा है।
अमेरिका में दो बच्चों में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं। लेकिन अमेरिकी एक्सपर्ट ने मंकीपॉक्स के फैलने को लेकर एक और महत्वपूर्ण बात कही है, पढ़कर जानिए, क्या है वो खास बात।
भारत में मंकीपॉक्स के मामले अब बढ़कर दो हो गए हैं। जानिए, दोनों मामले कहाँ से आए हैं और मंकीपॉक्स का संक्रमण कितना घातक है।
केरल में मंकीपॉक्स का पहले मामले की पुष्टि होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को गाइडलाइंस जारी की हैं। आप भी जानिए कि क्या एहतियात बरतना है।
भारत में मंकीपॉक्स का मामला मिलना कितनी चिंता वाली स्थिति है? जानिए, कहाँ हुई है इसकी पुष्टि और क्या है यह बीमारी।
मंकीपॉक्स का प्रकोप क्या वैश्विक स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति है? जानिए, विश्व स्वास्थ्य संगठन का इस मामले में क्या कहना है।
कोरोना महामारी के असर से दुनिया अभी जूझ ही रही है कि मंकीपॉक्स नाम की बीमारी ने नये सिरे से चिंताएँ पैदा कर दी हैं। जानिए, अब तक कितनी फैली है यह बीमारी और कितना असर है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि मंकीपॉक्स अब तक 12 देशों में फैल चुका है और यह बढ़ता ही जा रहा है। 80 से ज्यादा केस मिल चुके हैं।
मंकीपॉक्स के मामले मिलने के बाद यूरोप के कई देशों में चिंता बढ़ने लगी है। क्या है मंकीपॉक्स और कैसे कोई शख़्स इससे पीड़ित होता है?