विनोद तावड़े के कैश बाँटते हुए पकड़े जाने के बाद बीजेपी को कितना नुक़सान होगा क्या ये महाराष्ट्र चुनाव में गेमचेंजर बनेगा?
एनसीपी के नेता अजित पवार ने ऐन चुनाव के बीच में मोदी-साज़िश का भांडा क्यों फोड़ दिया? उन्होंने ये क्यों कह दिया कि साज़िश में अडानी भी शामिल था?
सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ को लेकर जमा गुस्सा एकदम से क्यों फूट पड़ा है? चार दिन बाद उनकी विदाई है इसका भी खयाल लोग क्यों नहीं रख रहे?
क्या सीटों के बँटवारे में बीजेपी ने सहयोगी दलों के पर कतर दिए हैं? उसने दोनों दलों की सीटों पर अपने उम्मीदवार क्यों उतार दिए हैं? क्या वह उन्हें निगलने की तैयारी कर चुकी है?
क्या यूपी में दंगा उपचुनाव जीतने के लिए करवाया गया? क्या बाबा सिद्दीकी की हत्या का संबंध महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से है? क्या हिंदू एकता की आड़ में सांप्रदायिक कार्ड खेला जा रहा है?
क्या संघ ने गडकरी के ज़रिए महाराष्ट्र का चुनाव पलटना चाहता है? क्या मोदी संघ को ऐसा करने देंगे?
राहुल गाँधी की नागरिकता को लेकर दाख़िल की गई याचिका का मक़सद क्या है? उनको बदनाम करना या राजनीति से बाहर करना?
क्या राहुल गाँधी अब बीजेपी से युवाओं को भी छीनने जा रहे हैं? उनकी इस चुनौती का मोदी-शाह क्या जवाब देंगे?
क्या किसान आंदोलन के बारे में भड़काऊ बोल कंगना की गिरफ़्तारी का कारण बनेंगे? उनके ख़िलाफ़ एएफआईआर की मांग क्या रंग लाएगी? क्या मोदीजी उन्हें फिर बचाएंगे?
ममता बैनर्जी के इस्तीफ़े की मांग करने वाला पश्चिम बंग छात्र समाज कौन है? इस संगठन से कौन लोग जुड़े हुए हैं? क्या इसके नवन्ना अभियान के पीछे बीजेपी और संघ हैं?
बेंगलुरु की एक महिला कारोबारी ने ब्राह्मण जीन लिखकर अपना फोटो सोशल मीडिया पर डाला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर दूसरी पोस्ट में ब्राह्मणों की तारीफ की है और कहा कि वे आज जो कुछ हैं अपने दम पर हैं, उन्हें आरक्षण का कोई लाभ नहीं मिलता। अनुराधा तिवारी नामक इस महिला की इस बात पर बहस तो हो रही है लेकिन क्या उनकी टिप्पणी नस्लवादी और जातिवादी है। सत्य हिन्दी डॉट कॉम के संपादक डॉ मुकेश कुमार की टिप्पणीः
Mood of the nation survey: BJP सरकार से जनता भारी नाराज़ है. केवल 27% लोग ही सरकार से संतुष्ट हैं. जबकि 44 फीसदी जनता असंतुष्ट हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल और मोदी में अंतर काफी घटा है. तो क्या हरियाणा बीजेपी के हाथ से जा रहा है? हरियाणा और J&K अगर हारी तो महाराष्ट्र का क्या होगा? देखिए The Daily Show में इस विषय पर चर्चा.
दो महीने का कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के बारे में क्या कहता है? क्या वे अब एक कमज़ोर प्रधानमंत्री रह गए हैं? क्या ये उनके बुरे दिनों की शुरुआत है? यही हाल रहा तो उनकी छवि का क्या होगा?
कोलकाता कांड से निपटने में ममता बैनर्जी किस तरह फँसती चली गईँ? उनका डैमेज कंट्रोल अभियान क्यों काम नहीं आया? इस सियासी हादसे से क्या वे उबर पाएंगी?
अमृतकाल में ये कैसी घटनाएँ घट रही हैं? राम मंदिर चूने लगा, अयोध्या का राम पथ धंस गया, लाखों की स्ट्रीट लाइट चोरी हो गईं, ज़मीनों की लूट का पर्दाफ़ाश हो गया, जगह-जगह पुल गिरने लगे, रेलें पटरियों से उतरने लगीं…?
प्रधानमंत्री ने लाल क़िले से अपने भाषण में मौजूदा सिविल कोड को सांप्रदायिक क्यों कहा? क्या ये बाबा साहब अंबेडकर और संविधान निर्माताओं का अपमान नहीं है? क्या उन्हें देश से माफ़ी नहीं मांगनी चाहिए?
मोदी तिरंगे को लेकर इतनी अपील क्यों कर रहे हैं? बीजेपी तिरंगे को लेकर इस कदर उत्साहित क्यों है? क्या हिंदुत्व को तिरंगे से प्रेम हो गया है? हिंदुत्ववादियों की तिरंगे के बारे में क्या राय रही है?
आख़िर वे कौन से सवाल हैं जिनके जवाब मोदी सरकार नहीं देना चाहती? हिंडेनबर्ग के भँडाफोड़ से बचने के लिए कांग्रेस पर हमला करने की उसकी रणनीति कितना काम करेगी? क्या ED द्वारा राहुल गाँधी से पूछताछ से लोगों का ध्यान बँटेगा?
योगी सरकार के फ़रमान पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम रोक लगाना कितना बड़ा झटका है? क्या ये उन राज्यों के लिए भी कड़ा संदेश नहीं है जो योगी की राह पर चलने लगे थे या चलने की तैयारी कर रहे थे?
योगी ने काँवडियों के नाम पर सांप्रदायिक कॉर्ड खेलकर क्या मोदी सरकार को फँसा दिया है? सहयोगी दलो का विरोध क्या सरकार को अस्थिर कर सकता है? सरकार को बचाने के लिए क्या मोदी योगी की बलि ले सकते हैं?
बाल बुद्धि के जवाब में बैल बुद्धि आ गया। उधर से जब जब बाल बुद्धि का तीर छोड़ा जाता तो इधर से बैल-बुद्धि के प्रक्षेपास्त्र चलने लगते। यानी मुक़ाबला दिलचस्प हो गया।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय का ये आरोप कितना सही है कि राहुल गाँधी मोदी के ख़िलाफ़ हिंसा भड़का रहे हैं? क्या मोदी और बीजेपी नेताओं के बयान कहीं ज़्यादा भड़काऊ नहीं हैं? प्रो. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- प्रो. अपूर्वानंद, प्रो. आनंद कुमार और राहुल देव-
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से स्वस्थ हैं? नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन के मौक़े पर उन्होंने जो किया वह क्या साबित करता है? उनकी हाल की हरकतों के मद्देनज़र क्या ये संदेह पैदा नहीं होता कि वे बिहार सरकार चलाने में सक्षम हैं या नहीं?
क्या कांग्रेस लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन को अपने कायाकल्प के लिए इस्तेमाल कर सकती है? क्या इसके लिए उसके पास कोई रोड मैप तैयार है? क्या राहुल की टीम नई काँग्रेस बनाने के लिए तैयार है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने निम्न स्तरीय बयान क्यों दे रहे हैं? क्या उन्हें इंडिया का उभार डराने लगा है? उनके बयानों से बीजेपी को फ़ायदा होगा या नुक़सान?
मोदी बार-बार अपने बयानों से पलट क्यों रहे हैं? इस यू टर्न के क्या हैं मायने? क्या वे हार के डर से ऐसा कर रहे हैं? कहीं जान-बूझकर भ्रम तो पैदा नहीं कर रहे मोदी?