कीव से नई दिल्ली वापसी के सिर्फ़ तीन दिन बाद ही रूस ने यूक्रेन पर अपना अब तक का सबसे बड़ा हमला कर दिया। देश को जानकारी मिलना बाक़ी है कि मोदी यूक्रेन क्यों गए थे?
सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के चार दिन बाद पहली बार पीएम मोदी ने बयान दिया है। उन्होंने इसके लिए माफ़ी मांगी है। जानिए, उन्होंने क्या कहा।
महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा को लेकर बीजेपी और पीएम मोदी कांग्रेस के निशाने पर आ गई। जानिए, आख़िर क्यों पीएम मोदी पर हमला किया जा रहा है।
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी के बीच क्या तुलना हो सकती है? आख़िर ऐसा सर्वे क्यों कराया जा रहा है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध करने वाले और उनको मदद करने वाले बचने नहीं चाहिए। तो क्या बृजभूषण सिंह, प्रज्वल रेवन्ना, मणिपुर, हाथरस मामले में अब कार्रवाई होगी?
भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार यूक्रेन का दौरा किया है। जानिए उन्होंने युद्धग्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ क्या-क्या वार्ता की है।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच ममता बनर्जी ने आख़िर पीएम मोदी को ख़त क्यों लिखा?
लैटरल एंट्री से उच्च पदों पर नियुक्ति को लेकर फँसी मोदी सरकार आख़िर कांग्रेस के शासन में नियुक्तियों का हवाला क्यों दे रही है? क्या यह तुलना किसी भी रूप में सही है?
लैटरल एंट्री के विज्ञापन के मामले में पीछे हटने को मजबूर हुई मोदी सरकार के लिए आरक्षण और जाति जनगणना का मुद्दा आख़िर कितना मुश्किल है?
अमृतकाल में ये कैसी घटनाएँ घट रही हैं? राम मंदिर चूने लगा, अयोध्या का राम पथ धंस गया, लाखों की स्ट्रीट लाइट चोरी हो गईं, ज़मीनों की लूट का पर्दाफ़ाश हो गया, जगह-जगह पुल गिरने लगे, रेलें पटरियों से उतरने लगीं…?
शेख हसीना के पद से हटने और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर भारत की चिंताओं के बाद दोनों देशों के बीच पहली बार उच्चस्तरीय संपर्क साधा गया है। जानिए, बयान में क्या कहा गया है।
नरेंद्र मोदी अब सेक्युलर दलों की बैसाखियों के सहारे सरकार चला रहे हैं। क्या चुनाव में हार के बाद अचानक भाजपा धर्मनिरपेक्षता का ढोंग करने लगी है? आख़िर वह सिविल कोड को सांप्रदायिक कहकर क्या संदेश दे रहे हैं?
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले से दिए गए भाषण के कुछ अंश को लेकर विपक्ष ने आपत्ति जताई है। जानिए, बाबासाहेब आंबेडकर के बनाए कोड को लेकर क्या आपत्ति की गई।
नियमों में संशोधन के बाद अडानी समूह को भारत में बिजली बेचने को मिली मंजूरी को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला किया है। जानिए, उन्होंने क्या कहा है।
अमेरिकी सॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की ताज़ा रिपोर्ट से भारत में फिर से हलचल है। जानिए, सेबी अध्यक्ष को लेकर रिपोर्ट में किए गए दावों के बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अडानी पर क्या हमला किया।
राज्यसभा से लेकर लोकसभा तक विपक्ष नयी ऊर्जा से भरपूर दिख रहा है। राहुल का जवाब देने पीएम मोदी, अमित शाह से लेकर मंत्री तक देने उठ रहे हैं। सभापति को सदन से बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा? आख़िर इसकी वजह क्या?
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना देश छोड़ने के बाद शाम को भारत में पहुँचीं। पड़ोस में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारत के प्रधानमंत्री ने अहम बैठक ली।
जब डोनल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति थे तब भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी ख़ूब जमती थी। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का प्रचार भी किया था। तो क्या अब ऐसा नहीं हो सकता कि एक-दूसरे के वे काम आएँ। पढ़िए, इस पर रमेश जोशी का व्यंग्य।
राहुल गांधी ने जाति जनगणना कराने की बात कही तो अनुराग ठाकुर ने जाति को लेकर उनपर विवादित बयान दे दिया। इस विवादित बयान की तारीफ़ करने पर पीएम भी निशाने पर आ गए। जानिए, आख़िर जाति को लेकर इतना विवाद क्यों है।
राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में पीएम मोदी, उनके लोगों और संघ पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि आज फिर से चक्रव्यूह रचा जा रहा है, लेकिन देश की जनता अभिमन्यु नहीं है, बल्कि वह अर्जुन है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर भारत को भय के चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया। जानिए, आख़िर राहुल ने लोकसभा में क्या क्या कहा।
मोदी सरकार के इस बजट का क्या संदेश है? सरकार आख़िर बजट में आम लोगों के लिए कुछ कर पाई है या फिर यह कॉर्पोरेट घरानों के अनुकूल बजट है?
मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा। मोदी सरकार इस तीसरे कार्यकाल में पहली बार सहयोगियों पर निर्भर और विपक्ष अपेक्षाकृत बेहद मज़बूत है। जानें, विपक्ष इस बार क्या उठा सकता है मुद्दा।
बाल बुद्धि के जवाब में बैल बुद्धि आ गया। उधर से जब जब बाल बुद्धि का तीर छोड़ा जाता तो इधर से बैल-बुद्धि के प्रक्षेपास्त्र चलने लगते। यानी मुक़ाबला दिलचस्प हो गया।
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद मौजूदा शासनतंत्र को अपनी सीमा में रहने को क्यों चेता रहे हैं? आख़िर पीएम मोदी ने ऐसा क्या किया है?
क्या मोहन भागवत के निशाने पर पीएम मोदी हैं? क्या उन्होंने पीएम मोदी के नॉन बायोलॉजिकल वाले बयान का फैक्ट चेक कर दिया है? जानिए, चुनाव बाद भागवत के बयान को पीएम मोदी पर कटाक्ष के रूप में क्यों देखा जा रहा है।