अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास की गूंज अमेरिका में भी सुनी गई है। राम मंदिर के समर्थन और विरोध में भारतीय मूल के अमेरिकियों का न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वैयर पर प्रदर्शन हुआ है।
राम मंदिर शिलान्यास के मौके पर कांग्रेस पार्टी भी इससे जुड़ कर दिखना चाहती है। गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि 'राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते, राम करुणा हैं।'
राम मंदिर का शिलान्यास करने के बाद अपने भाषण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जय सियाराम' के नारे से की।
अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास पर असदउद्दीन ओवैसी ने कहा अयोध्या में बाबरी मसजिद थी, है, रहेगी।
अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक यानी प्रमुख मोहन भागवत ने लाल कृष्ण आडवाणी के योगदान को याद किया।
भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना करने वाले फ़िल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने राम मंदिर के शिलान्यास समारोह पर खुशी जताई है।
अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास समारोह के मौके पर क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संविधान की मूल कॉपी के एक पेज की तसवीर ट्विट की है।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती राम मंदिर शिलान्यास समारोह में भाग लेंगी।
क्या अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में बापू की 'हे राम' अंकित मूर्ति अलग मंडप में नहीं लगानी चाहिए? बता रहे हैं लेखक पत्रकार अनंत मित्तल।
राम जन्म भूमि परिसर के राम लला मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येद्र दास व उनके दो सहायक पुजारियों प्रदीप दास व अशोक को क्वारन्टीन कर दिया गया है।
लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर के शिलान्यास के समय वहाँ मौजूद नहीं रहेंगे। वे इस पूरे कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए देखेंगे।
आगामी 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। यह मंदिर उसी जगह बनेगा जहाँ 6 दिसंबर 1992 तक बाबरी मसजिद हुआ करती थी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के मौके पर जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के 84 कोस में दो दिनों तक तरह तरह के कार्यक्रम किए जाएंगे।
सु्प्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अयोध्या में मंदिर निर्माण से जुड़ी तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं। पहले से ज़्यादा पैसा आने लगा है, पत्थर तराशने का काम एक बार फिर शुरू किया जा रहा है।
क्या हुआ था 22 दिसंबर 1949 की काली रात को, जब तेज़ रोशनी के बीच रामलला के 'प्रकट' होने का दावा किया गया था?
29 साल पहले आज ही के दिन यानी 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मसजिद का विध्वंस किया गया था। जानिए, विध्वंस की घटना कैसे चली थी। मशहूर पत्रकार हेमंत शर्मा की पुस्तक 'युद्ध में अयोध्या' में इन घटनाक्रमों का सिलसिलेवार ज़िक्र है।