सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बैंच ने नियामक ढांचे को मजबूत करने पर सुझाव देने के लिए एक समिति के गठन का भी प्रस्ताव दिया।
अडानी कांड पर भारी हंगामे और दस लाख करोड़ से ज्यादा स्वाहा होने के बाद भी सेबी कहां है? सूत्रों से खबर आई है कि सेबी विदेशी निवेशकों की शिनाख्त कर रहा है। लेकिन ऐसा कैसे हो पाएगा? इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट राजीव रंजन सिंह के साथ आलोक जोशी
सेबी ने कहा कि वह बाजार के सुचारू संचालन के लिए जिम्मेदार संस्था होने के नाते बाजार को व्यवस्थित और कुशल कामकाज को बनाए रखना उसकी प्राथमिकता है।
रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। एक तरफ उसके शेयरों में लगातार गिरावट जारी है पिछले एक हफ्ते में उसकी मार्केट कैपटालाइजेशन 19.8 लाख करोड़ से घटकर 11.2 लाख करोड़ पर आ गई है।
भारत में कुछ भी बिकता है तो वहां अडानी दिखते हैं, हर जगह औऱ हर सेक्टर में एक्सपेशंन कर रहे हो, सरकार, मीडिया, विपक्ष तक सब चुप हैं।
क्या अडानी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं? हिंडनबर्ग की रिसर्च के बाद आख़िर अडानी ग्रुप बैकफुट पर क्यों है? जानिए कांग्रेस ने अब क्या मांग की है।
रहस्यमयी 'हिमालयी योगी' वाले एनएसई केस में सीबीआई अदालत ने कड़ी टिप्पणी की है और सीबीआई को भी फटकार लगाई है। जानिए अदालत ने क्या कहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई में क्या हिमालय के बाबा का रहस्य खुलेगा जिससे सलाह लेकर एनएसई की प्रमुख फ़ैसले लेती थीं? जानिए, सीबीआई ने अब तक क्या किया।
देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज एनएसई की प्रमुख चित्रा रामकृष्ण पर आयकर छापे क्यों पड़े हैं? क्या अज्ञात 'हिमालयी योगी' की सलाह से फ़ैसले लेने के लिए?
हर रोज़ लाखों करोड़ का कारोबार करने वाले एनएसई की प्रमुख क्या एक ऐसे 'हिमालयी योगी' की सलाह से फ़ैसले ले सकती है जिससे वह कभी नहीं मिली? 'योगी' से ई-मेल मिला और एनएसई में फ़ैसले हो गए! क्या ऐसा विचित्र मामला आपने पहले सुना?
मल्टीकैप फंड पर सेबी के नए नियमों से खलबली! बड़े शेयरों में बिकवाली का डर! छोटे शेयरों में ख़रीदारी की उम्मीद! लेकिन इस झाँसे में फँसे तो नुक़सान होगा। आलोक जोशी की चेतावनी!