तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार पर तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं के साथ पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने संस्कृत भाषा के विकास के लिए भारी-भरकम धनराशि आवंटित करने जबकि तमिल और अन्य चार शास्त्रीय भाषाओं के लिए मामूली राशि दिए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया। स्टालिन ने इसे तमिल के लिए मगरमच्छ के आँसू क़रार दिया है। उन्होंने केंद्र की नीति को भेदभावपूर्ण बताया है।