प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय यानी पीएमएमएल ने जवाहरलाल नेहरू के ऐतिहासिक कागजातों को वापस लाने के लिए क़ानूनी जंग का ऐलान कर दिया है। नेहरू के एडविना माउंटबेटन और अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे दिग्गजों के साथ पत्राचार वाले ये बेशक़ीमती दस्तावेज 2008 में कथित तौर पर सोनिया गांधी द्वारा ले जाए गए थे।
नेहरू के कागजात लेने के लिए PMML ने क़ानूनी कार्रवाई का निर्णय क्यों लिया?
- देश
- |
- 24 Jun, 2025
नेहरू से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज़ों को वापस लेने के लिए प्रधानमंत्री मेमोरियल म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी अब कौन सा तरीक़ा अपनाएगी? जानिए इस विवाद के पीछे की वजहें और राजनीतिक मायने।

प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय यानी पीएमएमएल को पहले नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी यानी एनएमएमएल के नाम से जाना जाता था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पीएमएमएल ने नेहरू के निजी कागजातों को वापस पाने का यह निर्णय सोमवार को पीएमएमएल सोसाइटी की वार्षिक आम बैठक में लिया। इस बैठक की अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की।