बीआरएस से पार्टी-विरोधी गतिविधियों के नाम पर सस्पेंड किए जाने के अगले ही दिन बुधवार को के. कविता ने साफ़-साफ़ कह दिया कि अब न वो पार्टी में रहेंगी और न ही एमएलसी की कुर्सी पर। हैदराबाद में मीडिया से बात करते हुए कविता ने आरोप लगाया कि उनके ख़िलाफ़ कुछ बीआरएस नेताओं ने मिलकर साजिश रची है और झूठे केस लगा दिए गए हैं। कविता ने अपने भाई केटीआर पर भी तगड़ा वार किया और बोलीं, ‘जब मेरे खिलाफ बदनामी का खेल चल रहा था, तो केटीआर ने जरा भी साथ नहीं दिया।’