उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में शनिवार शाम एक कैफे में उस समय अफरातफरी मच गई, जब बजरंग दल के कुछ सदस्यों ने वहां चल रही एक नर्सिंग छात्रा की बर्थडे पार्टी में घुसकर हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने पार्टी में मौजूद दो मुस्लिम युवकों पर 'लव जिहाद' का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की और मारपीट की।

घटना प्रेमनगर इलाके के राजेंद्र नगर स्थित एक कैफे में हुई। एक नर्सिंग छात्रा ने अपना जन्मदिन मनाने के लिए अपने कॉलेज के नौ दोस्तों को आमंत्रित किया था। इनमें छह लड़कियां और चार लड़के शामिल थे, जिनमें से दो मुस्लिम समुदाय से थे। सभी नर्सिंग कोर्स के छात्र-छात्राएं थे और साथ पढ़ते थे।

जैसे ही बजरंग दल के सदस्यों को इसकी जानकारी मिली, वे कैफे में घुस आए और 'जय श्री राम' जैसे नारे लगाते हुए दो मुस्लिम युवकों पर लव जिहाद का आरोप लगाया। आरोप है कि उन्होंने युवकों के साथ मारपीट की। छात्रा ने बार-बार समझाने की कोशिश की कि यह सिर्फ एक बर्थडे पार्टी है और कोई धार्मिक मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी दोस्त साथ पढ़ते हैं और धर्म से ऊपर उठकर दोस्ती है, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी।

हंगामा बढ़ने पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बजरंग दल के सदस्यों को लव जिहाद के आरोपों की जांच का आश्वासन दिया। जांच में पुलिस को लव जिहाद का कोई सबूत नहीं मिला और इसे निराधार पाया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आशुतोष शिवम ने बताया, “कैफे में एक बर्थडे पार्टी चल रही थी, जिसमें छह लड़कियां और चार लड़के मौजूद थे। इनमें दो लड़के मुस्लिम समुदाय से थे। पार्टी के दौरान कुछ हिंदू संगठन के सदस्य वहां पहुंचे और लव जिहाद का आरोप लगाया। मारपीट की भी शिकायत मिली। पुलिस ने स्थिति संभाली और मामले की जांच कर रही है।”

पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों और कैफे के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ शांति भंग करने की धारा में चालान काटा। छात्रा और अन्य छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को बुलाकर उन्हें सुरक्षित सौंप दिया गया।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कैफे के अंदर हंगामा और नारेबाजी दिख रही है। छात्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ज्यादातर मेहमान हिंदू थे और सिर्फ दो मुस्लिम दोस्त थे। लव जिहाद का आरोप पूरी तरह गलत है।

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पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और कोई ठोस सबूत नहीं मिलने पर लव जिहाद के आरोप खारिज कर दिए गए हैं। मामले ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है, जहां लोग पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।