उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। पार्टी इन दिनों ओबीसी और दलित जातियों के बीच में तो सम्मेलन कर ही रही है, वह तमाम जातियों के बीच से अपने नेताओं को भी तैयार कर रही है, जिससे वे अपनी जाति के ज़्यादा से ज़्यादा वोट पार्टी के लिए बटोर सकें।
मायावती से ‘मुक़ाबले’ के लिए बेबी रानी मौर्य को ‘तैयार’ कर रही बीजेपी
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
मायावती के कोर वोट बैंक यानी जाटव समुदाय में सेंध लगाने के लिए बीजेपी ने बेबी रानी मौर्य को मैदान में उतार दिया है।

ऐसी ही एक नेता हैं, बेबी रानी मौर्य। बेबी रानी मौर्य को इन दिनों उत्तर प्रदेश बीजेपी के कार्यक्रमों में जाटव उपनाम के साथ विशेष जगह दी जा रही है। यह बात सही है कि पार्टी ने उन्हें अहम ओहदों पर भी बैठने का मौक़ा दिया है।
आगरा की मेयर रहीं बेबी रानी मौर्य को पार्टी ने 2018 में उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया था। लेकिन कुछ दिन पहले ही पार्टी ने उन्हें वहां से हटाकर उत्तर प्रदेश के चुनाव मैदान में उतार दिया है। इसके बाद मौर्य को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।
बेबी रानी मौर्य ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से कहती हैं कि वह ओरिजनल जाटव हैं और अपने समुदाय के लिए काम करेंगी।