ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर मायावती इतनी गंभीर हैं कि वह ख़ुद इन सम्मेलनों की मॉनीटरिंग करेंगी। पिछले हफ़्ते उन्होंने ब्राह्मणों से अपील की थी कि वे बीजेपी के बजाए बीएसपी को वोट दें।
कई बार उत्तर प्रदेश की हुकूमत संभाल चुकीं मायावती की कोशिश प्रदेश के 23 फ़ीसदी दलित मतदाताओं और 12 फ़ीसदी ब्राह्मण मतदाताओं के दम पर एक बार फिर सूबे की सियासत में नीला झंडा फहराने की है।