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लखनऊ में बुधवार को कई जगह आयकर छापे मारे गए।

यूपी में जीएसटी के बाद इनकम टैक्स छापे, कारोबारी दहशत में 

यूपी में इन दिनों व्यापारियों के बुरे दिन चल रहे हैं। जीएसटी के बाद लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में आज 21 दिसंबर को आयकर छापे पड़ रहे हैं। इनकम टैक्स विभाग की दो टीमों ने इन तीनों शहरों में छापे मारे हैं। इससे कारोबारियों के बीच अफरातफरी का माहौल है। तमाम शहरों में छापों की दहशत की वजह से कारोबारी गतिविधियां ठप हो गई हैं। 

यूपी में छापा मारने के लिए इनकम टैक्स विभाग की टीमों को दिल्ली से भेजा गया था। टीमें रात को ही लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में पहुंच गई थीं। इनके लिए होटल पहले से बुक थे। लखनऊ के नाका स्थित प्लाईवुड फर्म शाकुंतलम  पर आयकर टीम सुबह 6 बजे जा पहुंची। फर्म में उस समय उत्पादन चालू था और ट्रकों पर माल का लदान हो रहा था। आयकर विभाग के अधिकारी पुलिस लेकर पहुंचे थे। उन्होंने फर्म के दफ्तर को घेर लिया। 

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इस छापे की सूचना जैसे ही  शहर में फैली, तमाम कारोबारी उस प्लाईवुड फैक्ट्री के दफ्तर पर भारी तादाद में जा पहुंचे लेकिन किसी ने छापा मारने वाले अधिकारियों का विरोध नहीं किया। लखनऊ में इस फर्म को गुप्ता जी प्लाईवुड वाले के नाम से भी जाना जाता है।

लखनऊ में ही विवेक लधानी  और सौरभ लधानी के ठिकानों पर भी इनकम टैक्स की टीम ने छापे मारे हैं। लधानी बंधु वृंदावन बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं। सूचना के मुताबिक इसी कंपनी के गुड़गांव स्थित दफ्तर पर भी छापा मारा गया है। लखनऊ, मुरादाबाद और बरेली में भी कई कारोबारियों के ठिकानों और दफ्तरों पर छापे मारे गए हैं।

मीट एक्सपोर्ट व्यवसाय करने वाली फर्म मारिया फ्रोजन के मालिक हाजी शकील कुरैशी के बरेली और बिथरीचैनपुर दफ्तरों पर इनकम टैक्स और ईडी दोनों ने बुधवार को छापा मारा। 

इससे पहले जीएसटी के छापे भी कारोबारियों के यहां हाल ही में मारे गए थे। राज्य जीएसटी विभाग के मुताबिक 71 शहरों में 248 जीएसटी प्रवर्तन टीमों ने 271 जगहों पर छापे मारे थे। इसमें वाराणसी की एक फर्म के 19 ठिकानों पर एकसाथ छापे मारे गए थे। जीएसटी छापों के विरोध में जब व्यापारी उतरे और समाजवादी पार्टी ने मुद्दा बनाया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के लिए छापों को बंद करने को कहा। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके जीएसटी विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर अब किसी व्यापारी पर छापा मारा गया तो अधिकारियों की खैर नहीं। इसके बाद जीएसटी छापे बंद हुए। 

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क़मर वहीद नक़वी
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