नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर कांग्रेस लगातार राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार और पुलिस पर हमलावर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि प्रदेश सरकार, प्रशासन और पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अराजकता फैलाने का काम किया है।
यूपी में पुलिस के ग़ैर-क़ानूनी बर्ताव की हो न्यायिक जाँच: प्रियंका
- उत्तर प्रदेश
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- 30 Dec, 2019
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि प्रदेश सरकार, प्रशासन और पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अराजकता फैलाने का काम किया है।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाक़ात की और उन्हें चिट्ठी सौंपी। चिट्ठी में नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान पुलिस के ग़ैर-क़ानूनी आचरण की न्यायिक जाँच कराने की माँग की गई है।
प्रियंका ने प्रेस कॉन्फ़्रेस में कहा, ‘मैं बिजनौर गई थी, वहां दो बच्चों की मौत हुई। एक का नाम अनस और दूसरे का नाम सुलेमान था। 14 साल के अनस की मौत होने पर पुलिस ने उसके परिवार को धमकाया कि वह जहां रहते हैं, वहां उसे दफ़न न करें और उसके शव को मोहल्ले से 20 किमी दूर दफनाया गया।’ प्रियंका ने आगे कहा, ‘21 साल का सुलेमान यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। शाम को नमाज़ पढ़ने के लिए वह मसजिद गया था। वहां खड़े लोगों और उसके परिवार का कहना है कि पुलिस ने उसे मसजिद के बाहर से उठा लिया और कहीं ले गए। थोड़ी देर बाद पता चला कि 5-6 किमी. दूर उसकी लाश मिली। पुलिस ने परिवार पर दबाव डाला कि वे एफ़आईआर दर्ज नहीं कराएंगे।’