उमा भारती का यह रुख सबको हैरान करने वाला है। क्या यह उनका सांकेतिक विरोध है? कोरोना से ऐसा डर तो नहीं हो सकता!
ऐसे में उमा भारती की यह बात हजम नहीं होती कि कोरोना संक्रमण की किसी आशंका के चलते वे इतने ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रही हैं।
उमा भारती जैसी शख्सियत, जिनकी पहचान ही राम जन्म भूमि आंदोलन के दम पर बनी हो, वे इस ऐतिहासिक क्षण पर इससे दूरी बना लें, उनका यह क़दम कई सवाल खड़े करता है।