ढाई साल पहले प्रचंड बहुमत के साथ यूपी की गद्दी पर काबिज हुई बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं है। यूपी विधानसभा में मंगलवार को हुए ड्रामे और सदन में एतहासिक धरने के बाद साफ़ हो गया है कि ख़ुद बीजेपी के घर में सब कुछ ठीक नहीं है। ऊपर से दिखती चमक-दमक के पीछे बहुत कुछ स्याह है। अधिकारियों की बेअंदाजी, आलाकमान की बेपरवाही और मुख्यमंत्री का अड़ियल रवैया यूपी में बीजेपी विधायकों को इस कदर अखरने लगा है कि वे अनुशासन के लिए जानी जाने वाली पार्टी की रीति-नीति शायद भूल गए हैं।
यूपी: बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं, बग़ावती सुर, डैमेज कंट्रोल शुरू
- उत्तर प्रदेश
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- 19 Dec, 2019

उत्तर प्रदेश में लगता है कि बीजेपी के विधायक सरकार से ख़ुश नहीं हैं। विधायकों के विधानसभा में सरकार के ही ख़िलाफ़ बग़ावत करने से पार्टी अलर्ट हो गयी है।
एक और विधायक का फूटा गुस्सा
मंगलवार को ग़ाजियाबाद जिले की लोनी सीट से विधायक नंदकिशोर गुर्जर सुर्खियों में थे तो बुधवार को इलाहाबाद के बीजेपी विधायक हर्ष वाजपेयी का गुस्सा सार्वजनिक रूप से फूट पड़ा। विधायक वाजपेयी ने विधानसभा के बाहर कहा कि अधिकारियों की पिछली सरकारों से चली आ रही विधायक निधि में 18 फीसदी की कमीशन खोरी की आदत अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ईमानदारी पर कोई शक नहीं है, उन्होंने सफल कुम्भ का आयोजन भी कराया पर अफसर खुद को नेता और जनता से ऊपर मानते हैं। हर्ष ने सवाल उठाया कि ढाई साल से ज़्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक अफसरशाही पर कोई कंट्रोल क्यों नहीं हो पाया।