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रविवार को लखनऊ में पुलिस मुख्यालय पर अखिलेश यादव।

सपा वर्कर की गिरफ्तारी पर हंगामा, अखिलेश पुलिस मुख्यालय पहुंचे

समाजवादी पार्टी (सपा) के सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय जा पहुंचे। अखिलेश वहां काफी देर रहे लेकिन यूपी पुलिस का कोई अधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री के पास नहीं पहुंचा। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने जब अखिलेश से चाय के लिए पूछा तो उन्होंने चाय पीने से इनकार कर दिया। यूपी में इन दिनों राजनीतिक दलों के लोगों को गिरफ्तार करने का सिलसिला चल रहा है। बीएसपी के कुछ नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस ने अब फिर से सपा नेताओं की तरफ रुख किया है। सपा के कुछ नेता पहले से ही जेल में हैं। 

यूपी पुलिस ने कहा कि सपा के एक पदाधिकारी को सोशल मीडिया पर अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में आज रविवार 8 जनवरी को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ तीन एफआईआर पहले से ही दर्ज हैं। घटना की सूचना मिलते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद वहां पर सपा कार्यकर्ता भी जा पहुंचे। कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। अखिलेश ने पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की फौरन रिहाई की मांग की।
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सपा के तीन कार्यकर्ताओं- मनीष अग्रवाल, आशीष यादव और उदयवीर सिंह के खिलाफ एफआईआर पहले से दर्ज थी। सपा नेता और यूपी विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व नेता (एलओपी) सुनील लाठर ने मीडिया को बताया कि अग्रवाल पार्टी के सोशल मीडिया सेल से जुड़े हैं। सहायक सीपी, हजरतगंज, अरविंद कुमार वर्मा ने मीडिया को बताया कि मनीष जगन अग्रवाल को सोशल मीडिया पर अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें रविवार सुबह गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ 4 जनवरी को आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। 
समाजवादी पार्टी ने हिंदी में एक ट्वीट में कहा, "माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष (समाजवादी पार्टी के) अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय, लखनऊ पहुंच गए हैं। मुख्यालय पर कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पुलिस मुख्यालय में यादव, सपा नेता राजेंद्र चौधरी और अन्य की तस्वीरें भी पोस्ट की गईं।

मौके पर मौजूद सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पीटीआई से कहा, 'अभी तक हमसे यहां (यूपी पुलिस मुख्यालय में) कोई नहीं मिला है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव यूपी पुलिस मुख्यालय में हैं। हम कोशिश कर रहे हैं, यह पता लगाने के लिए कि सपा कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को क्यों गिरफ्तार किया गया है।
पार्टी ने अग्रवाल की गिरफ्तारी को "निंदनीय" और "शर्मनाक" करार दिया और उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की।

चाय पीने से इनकार

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को डीजीपी मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों द्वारा ऑफर की गई चाय पीने से इनकार कर दिया। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ता से उनके लिए बाहर से चाय लाने को कहा। 
उन्होंने कहा, आप नहीं जानते, वे मेरी चाय में जहर भी मिला सकते हैं। मैं अपनी चाय खुद पीऊंगा और आप लोग अपनी चाय पी सकते हैं। अखिलेश यादव पार्टी के ट्विटर अकाउंट के मीडिया हैंडलर मनीष जगन अग्रवाल की हजरतगंज से गिरफ्तारी के विरोध में अघोषित रूप से डीजीपी मुख्यालय पहुंचे थे।  

एसपी ने ट्विटर पर कहा, लखनऊ पुलिस द्वारा सपा के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी निंदनीय और शर्मनाक है! पुलिस को उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए। सपा ने अपने अधिकारिक हैंडल से कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपनी युवा नेता से राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की पत्नी और बेटी पर अभद्र टिप्पणियां करवा रही है। अभद्रता का परिचय देने वाली नेता पर एफआईआर दर्ज हो गई है। इन पर कार्रवाई कब होगी?

नेताओं की गिरफ्तारियां

यूपी पुलिस राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां धड़ल्ले से कर रही है। शनिवार को उसने दिल्ली से बीएसपी नेता और पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान कुरैशी को गिरफ्तार किया। इनके बेटे फिरोज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन पर बिना लाइसेंस मीट फैक्ट्री चलाने का आरोप पुलिस ने लगाया है। सहारनपुर के बीएसपी नेता और पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल को भी पुलिस तलाश रही है। जेल में बंद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को हाल ही में ईडी ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने सपा विधायक इरफान सोलंकी को भी पुराने केसों में गिरफ्तार किया है। झांसी में सपा नेता देवनारायण यादव को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अखिलेश ने जेल में जाकर दोनों नेताओं से मुलाकात की थी।  
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क़मर वहीद नक़वी
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