डीएचएफ़एल (दीवान हाउसिंग फ़ाइनेंस लिमिटेड) में उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के जीवनभर की पूंजी (पीएफ़) का पैसा फंसने का मामला काफ़ी गंभीर होता जा रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले में योगी सरकार को घेरा है। बता दें कि डीएचएफ़एल में पीएफ़ का पैसा निवेश करने का फ़ैसला योगी सरकार बनने के तुरंत बाद हुआ था और जब कंपनी डिफ़ॉल्टर हो गयी तब जाकर प्रदेश सरकार हरक़त में आयी है। डीएचएफ़एल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके ख़ास आदमी इक़बाल मिर्ची की सहयोगी कंपनी है। कर्मचारियों के पीएफ़ की जो राशि फंसी है, वह लगभग 1550 करोड़ है और यह ख़बर सामने आने के बाद से ही कर्मचारी बेहद परेशान हैं।
पीएफ़ घोटाला: अखिलेश ने योगी को ठहराया जिम्मेदार, कहा - इस्तीफ़ा दें
- उत्तर प्रदेश
- |
- |
- 6 Nov, 2019

डीएचएफ़एल (दीवान हाउसिंग फ़ाइनेंस लिमिटेड) में उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों के जीवनभर की पूंजी (पीएफ़) का पैसा फंसने का मामला काफ़ी गंभीर होता जा रहा है।