उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले होटलों, ढाबों, रेहड़ी-पटरी वालों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया। हालांकि पुलिस तीन दिन पहले से इस आदेश को पश्चिमी यूपी में लागू करवा रही थी। मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने सफाई दी थी कि दुकानदार ऐसा अपनी इच्छा से कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार 19 जुलाई को इस आदेश को सरकारी बताया और कहा कि इसे पूरे यूपी के लिए जारी किया गया है। यूपी सरकार ने अब स्पष्ट किया है कि हर खाने-पीने की दुकान या ठेले वाले को बोर्ड पर मालिक का नाम लिखना होगा।
योगी का पैंतराः दुकानदारों के नाम वाले आदेश को 'सरकारी' क्यों बताया
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Mar, 2025
पश्चिमी यूपी में खाने-पीने का सामान बेचने वाले दुकानदारों का नाम लिखे जाने के पुलिस निर्देश का देशभर में विरोध हो रहा है। लेकिन शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने इस आदेश को सरकारी फैसला बताते हुए बयान जारी किया। यूपी में इस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने की मुहिम भाजपा के अंदर चल रही है। सीएमओ के बयान को उससे जोड़ कर देखा जा रहा है। जानिए पूरी राजनीति और योगी की पैंतरेबाजीः

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ