दिल्ली का चुनाव प्रधानमंत्री मोदी बनाम अरविंद केजरीवाल क्यों बन गया है? और यदि यह लड़ाई मोदी और केजरीवाल के बीच में है तो फिर नतीजे कैसे आएँगे? कहीं 2015 की स्थिति तो नहीं बनेगी? 2014 में मोदी लहर के बावजूद केजरीवाल 2015 के दिल्ली चुनाव में 70 में से 67 सीटें कैसे ले आए थे? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।