क्या मीडिया कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की एक अपराधी द्वारा की गई हत्या के मामले में उन पिछली घटनाओं से कुछ अलग व्यवहार कर रहा है जिनमें पुलिसकर्मियों की जान गई थी । २०१३ में डीएसपी जिया उल हक़ की हत्या के मामले में राजा भैया नामके मंत्री का मंत्रीपद ले लिया गया था और सीबीआई ने जाँच की थी । मीडिया ने तब की सरकार के कपड़े फाड़ डाले थे इस बार वह म्यूट क्यों है ? पूछ रहे हैं शीतल पी सिंह