हिंदू समाज के लिए उसके इतिहास का सबसे संकटपूर्ण क्षण है। यह भी कहा जा सकता है कि यह उसका सबसे संघर्षपूर्ण क्षण है।हिंदू ख़ुद सभ्य समाज के रूप में बचाए रखने की जुगत तलाश रहे हैं।कोई भी समाज एक स्वर में कभी नहीं बोलता, वह संगठित नहीं होता। उसका कोई एक प्रतिनिधि नहीं होता। हिंदुओं में भी अगर बिखराव है तो स्वाभाविक ही है। लेकिन यह भी उतना ही सच है कि संगठित तौर पर उसका गुंडाकरण किया जा रहा है।
हिन्दुओं के 'गुंडाकरण' के लिए कौन से तत्व/लोग जिम्मेदार?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 29 Mar, 2025


सच है कि संगठित तौर पर हिन्दुओं का गुंडाकरण किया जा रहा है।...अभी हिंदू समाज पर हिंसक या गुंडा तत्व हावी हैं और उसके भीतर से इसका प्रतिकार होता नहीं दीख रहा। ये अफसोसनाक हालात हैं। जाने-माने चिंतक और स्तंभकार अपूर्वानंद की यह टिप्पणी बहुत दूरगामी नतीजों की तरफ इशारा कर रही है। पढ़िए और दूसरों को भी पढ़वाइएः





























