‘गाँधीजी को गोली क्यों मारी गई?’ स्कूल में पढ़नेवाले किसी भी विद्यार्थी का यह प्रश्न बहुत ही स्वाभाविक है। इसका उत्तर उसे अपनी किताब या कक्षा से मिलना चाहिए।लेकिन अगर किताब दिल्ली में गाँधी स्मृति की यात्रा जैसी हो तो इसका उत्तर कुछ इस तरह का होगा: “बापू को 30 जनवरी की शाम प्रार्थना में जाते हुए गोली लग गई।”
एनसीईआरटी अपना मूल काम भूलकर सरकार की प्रचारक क्यों बन रही?
- वक़्त-बेवक़्त
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- 25 Aug, 2025

NCERT controversy Pahalgam Terror Attack: एनसीईआरटी का काम है शिक्षण सामग्री देना, उसके बारे में गाइड करना। लेकिन अब यह संस्था भी अपना मकसद भूलकर मोदी सरकार की प्रचारक बन गई है। जाने-माने चिंतक और स्तंभकार अपूर्वानंद की टिप्पणीः