‘गाँधीजी को गोली क्यों मारी गई?’ स्कूल में पढ़नेवाले किसी भी विद्यार्थी का यह प्रश्न बहुत ही स्वाभाविक है। इसका उत्तर उसे अपनी किताब या कक्षा से मिलना चाहिए।लेकिन अगर किताब दिल्ली में गाँधी स्मृति की यात्रा जैसी हो तो इसका उत्तर कुछ इस तरह का होगा: “बापू को 30 जनवरी की शाम प्रार्थना में जाते हुए  गोली लग गई।”