अब यह साफ़ हो गया है कि राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रवासी ही तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के प्रमुख हथियार होंगे। इसमें तृणमूल कांग्रेस के लिए जहां प्रवासी मजदूरों का उत्पीड़न सबसे अहम मुद्दा होगा वहीं उसे चुनौती देने वाली भाजपा दूसरे राज्यों में काम करने वाले राज्य के करीब 10 लाख युवाओं को अपने पाले में खींचने की योजना पर आगे बढ़ रही है। दोनों दलों ने इसके लिए व्यापक रणनीति बना कर उस पर अमल की तैयारी की है।
प्रवासी ही होंगे बंगाल चुनाव में टीएमसी और बीजेपी के हथियार!
- पश्चिम बंगाल
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- 4 Sep, 2025
बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रवासी वोटरों पर TMC और बीजेपी की नजर। दोनों दल प्रवासियों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। जानें पूरा चुनावी समीकरण।

ममता बनर्जी की अध्यक्षता वाली तृणमूल कांग्रेस बीते कुछ महीनों से बड़े पैमाने पर बंगाल के प्रवासी मजदूरों के उत्पीड़न का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने खासकर बीजेपी शासित राज्यों में बंगाल के मज़दूरों पर अत्याचार और उनको बांग्लादेशी करार देकर जबरन बांग्लादेश भेजने की कोशिशों के खिलाफ भाषा आंदोलन शुरू किया है जो अगले चुनाव के नतीजों के दिन तक जारी रहेगा।