कई दौर की बैठकों, लंबी बातचीत और कड़े मोल-भाव के बाद चीन और अमेरिका के बीच पहले दौर की व्यापारिक संधि हो गई। इसके तहत चीन अगले दो साल में अमेरिका से 200 अरब डॉलर मूल्य के सामान खरीदेगा। हालांकि दोनों देश करों में किसी तरह की कटौती नहीं करेंगे, पर दूसरे कई मुद्दों पर एक दूसरे को रियायतें देंगे।