अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ को अमेरिका से दी जानी वाली फंडिंग रोक दी है। ट्रंप ने कोरोना वायरस के पूरे मामले में डब्ल्यूएचओ के रवैये को लेकर यह क़दम उठाया है। फ़िलहाल डब्ल्यूएचओ को पैसे देने वालों में अमेरिका सबसे बड़ी भूमिका निभाता है। 2019 में ही इसने 400 मिलियन डॉलर दिया था जो डब्ल्यूएचओ के कुल बजट का क़रीब 15 फ़ीसदी था।
कोरोना फैलने देने का आरोप मढ़ ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकी
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ को अमेरिका से दी जानी वाली फंडिंग रोक दी है। ट्रंप ने कोरोना वायरस के पूरे मामले में डब्ल्यूएचओ के रवैये को लेकर यह क़दम उठाया है।

ट्रंप शुरू से ही चीन और डब्ल्यूएचओ के ख़िलाफ़ ज़हर उगलते रहे हैं और कोरोना महामारी के लिए उन पर दोष मढ़ते रहे हैं। ट्रंप आरोप लगाते रहे हैं कि चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी छुपाई और डब्ल्यूएचओ इसमें उसका साथ देता रहा। सात अप्रैल को ही ट्रंप ने ट्वीट कर डब्ल्यूएचओ को फंडिंग रोकने की धमकी दी थी। ट्रंप ने सीधे शब्दों में डब्ल्यूएचओ को चीन के प्रति पक्षपाती क़रार दिया था।