यूरोप फिर से कोरोना की चपेट में है। यानी महाद्वीप में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो गई है। फ्रांस में आपात स्थिति घोषित की गई है। इंग्लैंड में फिर से लॉकडाउन करने की माँग हो रही है। स्पेन के कुछ हिस्सों में बार और रेस्तराँ फिर से 15 दिन के लिए बंद किए जाएँगे। चेक में स्कूल और बार बंद कर दिए गए। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल सख़्ती चाहती हैं। यूरोप में शेयर बाज़ार भी लुढ़क गया है। यूरोप के शेयर बाज़ारों में 1.4 फ़ीसदी से लेकर 2.5 फ़ीसदी तक गिरावट आई है। यानी बाज़ार भी नकारात्मक संकेत दे रहे हैं। यानी कोरोना का डर फिर से यूरोप में लौट रहा है और दुनिया भर के देशों के लिए यह सचेत होने वाली स्थिति है।