इमरान खान पर हमला करने वाले को फौरन पकड़ लिया गया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गोलियां चलाने वाले आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसका नाम मुअज्जम नवाज बताया है। आरोपी ने कथित तौर पर कहा कि वह इमरान खान को मारना चाहता था क्योंकि इमरान खान जनता को गुमराह कर रहे हैं। इमरान खान इन दिनों लाहौर से इस्लामाबाद तक हकीकी आजादी मार्च निकाल रहे हैं और गुरूवार को मार्च का सातवां दिन था।
पाकिस्तानी मीडिया में सामने आए एक वीडियो में हमलावर ने कहा, मैं इमरान खान को मारना चाहता था। सिर्फ उसको ही मारना चाहता था, क्योंकि वह जनता को गुमराह कर रहे हैं। मैंने इमरान खान को मारने की कोशिश की, मेरा मतलब दूसरों को नुकसान पहुंचाना नहीं था। मैंने अचानक उन पर हमला करने को सोचा। लाहौर में उनकी रैली शुरू होने के बाद से मैं उन्हें मारने की योजना बना रहा था। मेरे पीछे कोई नहीं है और मैं बाइक लेकर रैली में आया था।
सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पंजाब पुलिस से तुरंत घटनास्थल की घेराबंदी करने और जांच में मदद करने के लिए इमरान खान के कंटेनर को सील करने का आग्रह किया है। इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मरियम ने कहा: पंजाब पुलिस को अपराध स्थल को तुरंत सील करना चाहिए - जो नहीं किया जा रहा है - ताकि फोरेंसिक नमूने लिए जा सकें और तथ्यों का पता लगाया जा सके। उन्होंने राजनीतिक हस्तियों से "गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी" जारी नहीं करने का भी आग्रह किया। मरियम ने कहा, कृपया घटना पर राजनीति न करें, और जिम्मेदारी के साथ अपने शब्दों का चयन करें।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के काफिले पर यह हमला वजीराबाद के पास अल्लाह वाला चौक पर हुआ। इस हमले में इमरान सहित पांच लोग जख्मी हो गए। बाद में एक शख्स की गोली लगने से मौत हो गई। इमरान के पैर में गोली लगी, उन्हें फौरन लाहौर ले जाया गया। इमरान की हालत खतरे से बाहर है। इमरान के अलावा घायलों में फैसल जावेद, अहमद चट्ठा व अन्य लोग शामिल हैं। इमरान खान के करीबी और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि एके-47 से फायरिंग की गई है।