हिंदी पट्टी से आए किसी भारतीय के लिए अमेरिकी चुनाव बोझिल और ब्यूरोक्रेसी में फँसी हुई किसी अबूझ पहेली जैसा प्रतीत होता है, लेकिन धीरे-धीरे अपने शहर को समझते हुए अमेरिकी राजनीति भी समझ में आने लगती है। साथ में पता चलती है ऐसी बारीकियाँ जिनके बारे में हमने भारत में कभी सोचा नहीं होता है।
अमेरिकी चुनाव: नस्लवाद बड़ा मुद्दा, ट्रंप समर्थक भी बाइडन को दे सकते हैं वोट!
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- 27 Aug, 2020

अमेरिका के ज़्यादातर पढ़े लिखे गोरे लोग भी नस्लवाद के मुद्दे पर डेमोक्रेट पार्टी के साथ दिख रहे हैं जबकि ये पिछले चुनाव में हिलेरी क्लिंटन (2016 में डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार) के विरोध में थे। यही कारण है कि फिलहाल चुनावी सर्वेक्षणों में जो बाइडेन को एक स्पष्ट बढ़त मिली हुई है।