राहुल गांधी पीएम मोदी और अडानी पर हमला कर रहे हैं तो बीजेपी ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी अरबपति जॉर्ज सोरोस और समाचार पोर्टल संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना यानी ओसीसीआरपी के साथ एक त्रिकोण का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य भारत को अस्थिर करना है। तो सवाल है कि आख़िर जॉर्ज सोरोस कौन हैं और बीजेपी की ऐसी प्रतिक्रिया क्यों आ रही है?
राहुल-मोदी-अडानी मुद्दे में जॉर्ज सोरोस का नाम क्यों? जानें, कौन हैं सोरोस
- दुनिया
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- 6 Dec, 2024
जिस जॉर्ज सोरोस ने 2023 में अडानी-हिंडनबर्ग विवाद के बीच प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी कर भारत में सनसनी पैदा कर दी थी, अब बीजेपी उनके साथ राहुल गांधी का नाम क्यों जोड़ रही है। जानिए, आख़िर जॉर्ज सोरोस कौन हैं?

जॉर्ज सोरोस दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। वह मूल रूप से हंगरी के हैं, लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के समय उन्हें अपना देश हंगरी छोड़ना पड़ा था। 1947 में वह लंदन पहुंचे थे और उन्होंने यहीं से लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में फिलोसोफी की पढ़ाई की। बाद में वह अमेरिका चले गए। वह बहुत बड़े निवेशक हैं। लेकिन अरबपति बनने से पहले सोरोस ने काफ़ी ज़्यादा असहिष्णुता को झेला है। 1930 में हंगरी में जन्मे सोरोस ने 1944-1945 के नाजी कब्जे के दौरान किसी तरह खुद को ज़िंदा बचाए रखा। नाजी कब्जे के कारण 500,000 से अधिक हंगरी के यहूदियों की हत्या हुई। जॉर्ज सोरोस की वेबसाइट पर दावा किया गया है कि उनका अपना यहूदी परिवार झूठे पहचान पत्रों को हासिल करके, अपना इतिहास छुपाकर और दूसरों को भी ऐसा करने में मदद करके बचा रहा।