इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार वेनेजुएला की प्रमुख विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को दिया जाएगा। इसकी नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने शुक्रवार को घोषणा की। यह पुरस्कार उन्हें वेनेजुएला में लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से शांतिपूर्ण संक्रमण की उनकी अथक लड़ाई के लिए दिया गया है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका लगा है क्योंकि उनकी जोरदार लॉबिइंग के बावजूद मचाडो को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला। ट्रंप खुद को मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया में शांति प्रयासों का श्रेय देते रहे हैं और कई मौक़ों पर तो उन्होंने सीधे-सीधे खुद को नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार तक बता दिया था। वह इसके लिए लगातार कैंपेन करते रहे और कई देशों व नेताओं ने उनको अवार्ड के लिए नॉमिनेट किया था।