अमेरिकी मीडिया में इस बात की बड़ी चर्चा है कि इसराइल की मंशा ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को मारने की थी, जिस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वीटो लगा दिया, यानी रोक लगा दी। इसराइल और ईरान के बीच युद्ध के दौरान कई ईरानी नेताओं की जान जा चुकी है। इनमें ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड के हेड होसैन सलामी, ईरानी फौज के चीफ मोहम्मद बाघेरी के साथ अली शमखानी भी शामिल हैं। अली शमखानी ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई के मुख्य सलाहकार थे।
इसराइल को क्यों चुभते हैं अयातुल्ला अली खामेनेई?
- दुनिया
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- 16 Jun, 2025
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई इसराइल की आंख की किरकिरी क्यों हैं? जानिए उनकी नीतियों, बयानों और ईरान-इसराइल दुश्मनी के पीछे की वजहें।

गौरतलब है कि इसराइल के हमले के बाद शुरू हुए ईरान इसराइल युद्ध के बाद दोनों ही देशों में काफ़ी तबाही मच चुकी है। इसराइली हमले में सैकड़ों ईरान वासियों की जान जा चुकी है, वहीं ईरान के पलटवार में इसराइल का महत्वपूर्ण हाइफ़ा पोर्ट ध्वस्त हो गया है। इसराइल ने ईरान पर हमला ऑपरेशन राइज़िंग लॉयन के तहत किया था। इसके बाद ईरान के सुप्रीम लीडर ने बिना किसी झिझक के इसराइली हमलों का जवाब देना शुरू किया था। यहाँ तक कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की परमाणु समझौते को लेकर दी गई धमकियों को भी नज़रअंदाज कर दिया था।