गुजरात से कांग्रेस के कायाकल्प का दुस्साहसिक बिगुल बज गया है । यह दुस्साहस इसलिए स्वागत योग्य है क्योंकि यह राज्य लम्बे समय से संघ परिवार की हिंदुत्व -प्रयोगशाला बना हुआ है. इसी प्रयोगशाला के रसायन से तैयार नरेंद्र दामोदरदास मोदी और अमित शाह की भाजपा ने दिल्ली -सिंहासन को जीता है. मोदी+शाह मांद में 140 साल पुरानी कांग्रेस ने अपने कायाकल्प का संकल्प और भाजपा को सत्ता- बेदख़ल करने का बीड़ा उठाया है. निश्चित ही यह क़दम काफी जोखिमभरा है. लेकिन, कांग्रेस का स्वतंत्रता प्राप्ति का अभियान भी इसी राज्य से शुरू होता है.