भागवत की ‘हिंदू राष्ट्र’ पर सफ़ाई
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ‘हिंदू राष्ट्र’ की अवधारणा पर सफ़ाई दी है। क्या इस बयान में संविधान बदलने की छिपी इच्छा झलक रही है? पढ़ें पूरा विश्लेषण।
मनुस्मृति को डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने 1927 में सार्वजनिक रूप से जलाया था, क्योंकि यह शूद्रों और महिलाओं की गुलामी को वैध ठहराती थी, RSS के लिए प्रशंसनीय थी।