आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 'द्विराष्ट्रवाद के विचार' को देश के लिए एक बड़ा ख़तरा बताया है। उन्होंने कहा कि 'जब तक द्विराष्ट्रवाद का भूत कायम है, तब तक आतंक का ख़तरा बना रहेगा।' यह बयान हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में था। उन्होंने साफ़ किया कि यह विचारधारा न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए ख़तरा है। भागवत ने कहा कि भारत किसी को अपना शत्रु नहीं मानता, लेकिन देश को हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा, चाहे वह पारंपरिक युद्ध हो, साइबर युद्ध हो, या प्रॉक्सी युद्ध।