ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह भी कहा कि 'हमें बहुत गुस्सा और दुख हुआ कि मसजिद में भगवान राम की मूर्ति रखे जाने के बाद भी कोई क़ानूनी कार्रवाई नहीं की गई।' बोर्ड का कहना है कि इस स्थिति में बाबरी मसजिद की ज़मीन मंदिर के लिए दे देना तकलीफ़देह है।