बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो चुकी है और इस बीच राजनीतिक दल दलितों को लुभाने के लिए तरह-तरह की घोषणाएँ कर रहे हैं। ये दल पहले के चुनावों में भी ऐसी ही घोषणाएँ करते रहे हैं, तो क्या दलितों की स्थिति सुधरी? राज्य में दलितों की स्थिति पर नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ़ दलित एंड आदिवासी ऑर्गनाइजेशन्स यानी NACDAOR ने अपनी ताजा रिपोर्ट 'बिहार: दलित क्या चाहते हैं' में बिहार के दलित समुदाय की सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और मानवाधिकार स्थिति का विश्लेषण किया है। इस रिपोर्ट में दलितों की स्थिति बेहद बदतर बताई गई है। यह रिपोर्ट 2011 की जनगणना और 2023 के बिहार जाति सर्वेक्षण के आंकड़ों पर आधारित है।